बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पटना जिले की 14 सीटों पर मतदान पहले चरण में होगा।
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संदर्भ: पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों पर मतदान
अखबारों की रिपोर्टों के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पटना जिले की 14 सीटों पर मतदान पहले चरण में होगा।
इन 14 सीटों में शामिल हैं: बख्तियारपुर, बांकीपुर, बाढ़, बिक्रम, दानापुर, दीघा, फतुहा, कुम्हरार, मनेर, मसौढ़ी (SC), मोकामा, पालीगंज, पटना साहिब, और फुलवारी (SC)
इन सीटों पर मतदान की तिथि 6 नवंबर 2025 तय की गई है।
मतगणना (vote counting) की तिथि पूरे बिहार के लिए 14 नवंबर 2025 है।
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मतदान प्रक्रिया एवं मतदाता सूची
मतदाता सूची (Electoral Roll) एवं Revision
चुनाव से पहले एक विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision, SIR) अभियान चलाया गया था। इस दौरान मतदाता सूची को सुदृढ़ करने, मृतकों, डुप्लिकेट रिकॉर्ड और स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं को हटाने का काम किया गया।
इस पुनरीक्षण में लगभग 65 लाख मतदाताओं को सूची से हटाया गया क्योंकि वे या तो मृत पाए गए, या दुबारा पंजीकृत पाए गए, या उनका पता नहीं मिल पाया।
पुनरीक्षण अभियान में राज्य के कुल मतदाताओं में से लगभग 7.24 करोड़ लोगों ने नए फॉर्म भरे।
इस तरह, अंतिम मतदाता सूची को 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित किया गया।
मतदाता संख्या और बूथ
पटना जिले की 14 सीटों पर लगभग 48 लाख मतदाता हैं।
इन मतदाताओं को 5,665 बूथों (polling booths) पर विभाजित किया गया है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, बूथ स्तर पर अधिकारियों की नियुक्ति और मतदान केंद्रों की आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित करने की निर्देश दी गई है।
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नामांकन प्रक्रिया
नामांकन (nomination) की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू होगी।
उम्मीदवार अपना नामांकन 17 अक्टूबर तक कर सकते हैं।
नामों की जाँच (scrutiny) 18 अक्टूबर को होगी।
नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
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रणनीति, प्रचार और सुरक्षा
चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो।
डीएम (जिलाधिकारी) और पुलिस अधिकारियों ने पहले से ही निर्देश दिए हैं कि मतदान केंद्रों पर कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखी जाए।
प्रचार-प्रसार, रोड शो और जनसभाएँ राजनीतिक पार्टियाँ कर रही हैं, लेकिन चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो चुकी है।
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चुनौतियाँ एवं विशेष बातें
मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर सुधार करने की वजह से मतदाता पंजीकरण में बदलाव हुआ, जिससे लोग यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि उनका नाम उपलब्ध सूची में हो।
बड़े जिले एवं सीटों में वितरण की वजह से मतदान केंद्रों तक पहुँचने की समस्या, बूथ व्यवस्थाओं का दबाव, बूथ कर्मचारियों की संख्या आदि चुनौतियाँ होंगी।
लगातार सुरक्षा एवं व्यवस्थापन की निगरानी ज़रूरी है ताकि किसी तरह की हिंसा, मतदाता दबाव या अनियमितता न हो।
बडा सवाल यह भी है कि नामांकन, सूची पुनर्संशोधन आदि प्रक्रियाएं समय पर, पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से हों।
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अगर आप चाहें, तो मैं आपके ब्लॉक के अनुसार (आपका ब्लॉक कौनसा है?) 14 नंबर सीट का विशेष विवरण तैयार कर सकता हूँ — नामांकन, बूथ, मतदाता संख्या
आदि — ताकि आपको सीधे आपके ब्लॉक पर चढ़ाने योग्य विवरण मिले। चाहेंगे मैं वो करूँ?




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