भारत में अंधविश्वास विरोधी कानून / (Anti-superstition laws)
भारत में अंधविश्वास विरोधी कानून (Anti-superstition laws)
के संबंध में कोई केंद्रीय कानून (Central Law) नहीं है जो विशेष रूप से अंधविश्वास, काला जादू या जादू-टोना से संबंधित अपराधों से निपटता हो।
हालांकि, कई राज्यों ने ऐसी अमानवीय और शोषणकारी प्रथाओं को रोकने के लिए अपने विशिष्ट कानून बनाए हैं।
प्रमुख राज्य-स्तरीय कानून
* महाराष्ट्र: महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, बुराई और अघोरी प्रथाओं एवं काला जादू रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम, 2013 (Maharashtra Prevention and Eradication of Human Sacrifice and Other Inhuman, Evil and Aghori Practices and Black Magic Act, 2013) लागू किया गया है। यह कानून काला जादू, चमत्कार का दावा करके धोखाधड़ी करना, अमानवीय कृत्यों को बढ़ावा देना, और मानव बलि जैसी प्रथाओं को प्रतिबंधित करता है।
* कर्नाटक: राज्य ने कर्नाटक अमानवीय प्रथाओं और काला जादू रोकथाम एवं उन्मूलन अधिनियम, 2017 (Karnataka Prevention and Eradication of Inhuman Evil Practices and Black Magic Act, 2017) लागू किया है।
* बिहार: डायन प्रथा निवारण अधिनियम, 1999 (Prohibition of Witch (Daain) Practices Act, 1999) लागू करने वाला बिहार पहला राज्य था।
* अन्य राज्य: झारखंड, ओडिशा, राजस्थान, असम और छत्तीसगढ़ जैसे अन्य राज्यों में भी मुख्य रूप से 'डायन-शिकार' (Witch-Hunting) को रोकने के लिए कानून हैं।
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत प्रावधान
भले ही कोई केंद्रीय अंधविश्वास विरोधी अधिनियम न हो, लेकिन कुछ अंधविश्वासी कृत्यों से संबंधित अपराधों को भारतीय दंड संहिता (IPC) के मौजूदा प्रावधानों के तहत दंडित किया जाता है:
* धारा 302 (हत्या के लिए दंड): मानव बलि (Human Sacrifice) के मामले में यह धारा लागू होती है।
* धारा 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है): यह अंधविश्वासी प्रथाओं को हतोत्साहित करने के लिए भी काम करती है।
संवैधानिक आधार
* संविधान का अनुच्छेद 51A (h): यह भारतीय नागरिकों के लिए वैज्ञानिक सोच, मानवतावाद और सुधार की भावना को विकसित करना मौलिक कर्तव्य बनाता है, जो अंधविश्वास को दूर करने के लिए संवैधानिक आधार प्रदान करता है।
कुछ अंधविश्वासी व्यवहारों पर रोक लगाने के लिए, ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 (Drugs and Magic Remedies (Objectionable Advertisements) Act, 1954) भी लागू है, जो कुछ बीमारियों को ठीक करने के चमत्कारी दावों के विज्ञापन पर रोक लगाता है।
भारत में ब्लॉग अंधविश्वास विरोधी कानून | Anti Superstition and Black Magic Act.
यह भारत में अंधविश्वास विरोधी कानूनों की व्याख्या करता है।




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