बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:


चुनाव कार्यक्रम और चरण
 * कुल सीटें: बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। बहुमत के लिए 122 सीटों की आवश्यकता है।
 * मतदान की तारीखें: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराने की घोषणा की है:
   * पहला चरण: 6 नवंबर 2025 (121 सीटों के लिए)
   * दूसरा चरण: 11 नवंबर 2025 (122 सीटों के लिए)

 * मतगणना: वोटों की गिनती 14 नवंबर 2025 को होगी।

 * नामांकन प्रक्रिया: पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर 2025 है, और दूसरे चरण के लिए यह 20 अक्टूबर 2025 है।
 * मतदाता संख्या: अंतिम मतदाता सूची में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 7.42 करोड़ है। चुनाव आयोग ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के माध्यम से मतदाता सूची का शुद्धिकरण किया है।

प्रमुख गठबंधन और दल

बिहार का यह चुनाव मुख्य रूप से दो प्रमुख गठबंधनों के बीच लड़ा जा रहा है:
 * राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA):
   * मुख्य दल: जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP)।
   * नेतृत्व: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (JDU) गठबंधन का चेहरा हैं।
   * सीट बंटवारा: सूत्रों के अनुसार, NDA में JDU और BJP क्रमशः 102 और 101 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी गठबंधन का हिस्सा है।
   * मुख्य मुद्दे: सुशासन, विकास कार्य और केंद्र सरकार की योजनाएं।
 * महागठबंधन (Mahagathbandhan - MGB):
   * मुख्य दल: राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और वाम दल (CPI(ML), CPI, CPM)।
   * नेतृत्व: तेजस्वी यादव (RJD) मुख्यमंत्री पद के लिए गठबंधन का प्रमुख चेहरा हैं।
   * सीट बंटवारा: RJD 135-140 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।

   * मुख्य मुद्दे: रोज़गार, महंगाई, किसानों के मुद्दे और भ्रष्टाचार।
प्रमुख चेहरे और लोकप्रियता
विभिन्न ओपिनियन पोल के अनुसार, मुख्यमंत्री पद के लिए लोकप्रियता की दौड़ में कुछ प्रमुख नाम सामने आए हैं:
 * तेजस्वी यादव (RJD) सबसे लोकप्रिय चेहरा बनकर उभरे हैं, जिन्हें लगभग 36.5% लोगों का समर्थन मिला है।
 * प्रशांत किशोर (जन सुराज) लगभग 23.2% समर्थन के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
 * वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (JDU) लगभग 15.9% समर्थन के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
चुनावी माहौल और मुद्दे
 * सत्ता विरोधी लहर (Anti-Incumbency): नीतीश कुमार लगभग दो दशकों से सत्ता में हैं, इसलिए उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती मजबूत सत्ता विरोधी लहर से लड़ना है।
 * जातीय समीकरण: बिहार की राजनीति में हमेशा की तरह जातीय समीकरण एक महत्वपूर्ण कारक बने हुए हैं, खासकर RJD का पारंपरिक मुस्लिम-यादव (MY) आधार और NDA का सामाजिक समीकरण।
 * युवा नेतृत्व: तेजस्वी यादव लगातार युवाओं के बीच अपनी पैठ बना रहे हैं और रोज़गार के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं।

 * नई एंट्री: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की 'जन सुराज' पार्टी भी इस बार मैदान में है, जो एक नया आयाम जोड़ रही है।
 * चुनाव आयोग के नए उपाय: निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान के लिए आयोग ने ईवीएम पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें छापने और मतदान से पहले 50 मॉक पोल की पर्चियों का वीवीपैट से मिलान जैसे कई नए उपाय लागू किए हैं।
संक्षेप में, बिहार का यह चुनाव NDA और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर वाला माना जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। (शब्द संख्या: लगभग 475)

Comments