“गुरु नानक जयंती 2025: सरकार ने किए कड़े सुरक्षा इंतज़ाम, हर गुरुद्वारे में विशेष रोशनी, लंगर व श्रद्धा-यात्रियों के लिए खास सुविधाएँ!”

 मुझे वर्तमान में Guru Nanak Jayanti (5 नवंबर 2025) के लिए केन्द्र या राज्य-सरकार द्वारा सार्वजनिक रूप से घोषित पूरी-व्यवस्था (complete arrangements)-सूची नहीं मिली है 


— केवल कुछ सामान्य जानकारी उपलब्ध है। नीचे संकलित है जो ज्ञात है, साथ-ही-कुछ संभावित व्यवस्थाओं का अनुमान भी। यदि चाहें, तो मैं आपके लिए विशेष राज्य (उदाहरण-स्वरूप Punjab या Delhi) की व्यवस्थाएँ अलग से खोज कर लूँ।




---


उपलब्ध जानकारी


इस वर्ष गुरु नानक जयंती 5 नवंबर 2025 को मनाई जाएगी। 


त्योहार के अवसर पर मुख्य धार्मिक आयोजन होंगे जैसे 48-घंटे “आखण्ड पाठ”, सुबह-सवेरे प्रभात फेरी, नगर कीर्तन, गुरुद्वाराओं में कीर्तन-भजन-दर्शन आदि। 


सार्वजनिक अवकाश की घोषणा है कि यह दिन कई राज्यों में सार्वजनिक छुट्टी होगा। 


सीमापार (पाकिस्तान) में Nankana Sahib में जयंती के अवसर पर तीर्थयात्रियों, प्रवासियों के लिए सुरक्षा-व्यवस्थाओं पर कार्य हो रहा है। 




---


अनुमानित/संभावित व्यवस्थाएँ


इनका स्रोत सीधे सरकारी घोषणा नहीं मिला है, पर धार्मिक-सामाजिक आयोजन व अनुभव के आधार पर ये व्यवस्थाएँ आम तौर पर ली जाती हैं:


1. सुरक्षा-प्रबंध


नगर कीर्तन व मेला-प्रवचन में पुलिस, ट्रैफिक-पुलिस की तैनाती।


राष्ट्रीय/राज्य-स्तरीय स्थलों पर ड्रोन-सर्विलांस, अवैध सामग्री की जाँच।


सीमाओं/अंतर-देशीय क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा-घोषणा।




2. दुर्गम स्थानों तक यातायात प्रबंधन


गुरुद्वारा-परिक्रमा, सड़क मार्ग की अल्पकालीन बंदी या मार्ग-प्लानिंग।


तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त या विशेष बस/ट्रेन सेवा।


पार्किंग-ऐरिया, लाइटिंग, सफाई आदि का प्रावधान।




3. भोजन-सेवा (लंगर-व्यवस्था)


गुरुद्वाराओं में लंगर की व्यवस्था-विस्तार, मुफ्त भोजन-परिचालन।


स्वयंसेवकों की व्यवस्था, अतिरिक्त मग (ब्रांड)-किताबें/सूचनाएं।


विशेष रूप से गरीब-वंचितों के लिए अतिरिक्त भोजन-सेवा।




4. स्वास्थ्य-सुविधाएँ


स्वास्थ्य वाहन, एम्बुलेंस सेवा, प्राथमिक स्वास्थ्य दृश्य-कक्ष।


ऑक्सीजन, दवाइयाँ, निःशुल्क प्राथमिक चिकित्सा प्वाइंट बनाना।


कोविड-19 / वायरल रोगों के दृष्टिगत अतिरिक्त सतर्कता।




5. धार्मिक-संस्कृति-सामुदायिक आयोजन


गुरुद्वाराओं की विशेष सजावट-प्रकाश व्यवस्था (दीये-लाइट्स)।


निशुल्क धार्मिक भजन-कीर्तन कार्यक्रम, प्रवचन-संगठन।


स्कूल-कॉलेजों में प्रतियोगिताएं (कविता, चित्रांकन) व श्रद्धा-सत्र।


सामाजिक-सेवा (सेवा) गतिविधियाँ जैसे नि:शुल्क ब्लड-चैक-अप, पंखा-बंटवारा आदि।




6. विशेष कोविड/आपातकालीन प्रबंधन


भीड़-प्रबंधन के लिए बैरियर, संकेत-निर्देश।


अग्नि-सुरक्षा, बिजली कटौती-प्रबंधन, सफाई-सेवा

ओं का अतिरिक्त प्रयास।


संचार/सूचना तंत्र-उपयुक्त सूचना केंद्र बनाना।






---

Comments