नई दिल्ली स्थित सरदार पटेल चौक और राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू ने पुष्पांजलि अर्पित कर देश की एकता और अखंडता के प्रति सरदार पटेल के योगदान को किया याद।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि, कहा — ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार हो रहा है


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नई दिल्ली, 31 अक्टूबर —

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज भारत के लौह पुरुष और देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने नई दिल्ली स्थित सरदार पटेल चौक पर पहुंचकर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके महान योगदान को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्र की एकता, अखंडता और विकास के प्रति सरदार पटेल के आदर्शों को दोहराने का आह्वान किया।


श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन स्थित गणतंत्र मंडप में भी सरदार पटेल की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर उन्हें नमन किया। इस दौरान राष्ट्रपति सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी, सुरक्षा बलों के जवान और राष्ट्रपति भवन के कर्मचारी उपस्थित रहे। पूरे परिसर में ‘एकता में शक्ति है’ का संदेश गूंज उठा।


राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का भारत के निर्माण में योगदान अतुलनीय है। उन्होंने स्वतंत्रता के बाद देश के 562 रियासतों को एकसूत्र में पिरोकर भारत की एकता की नींव रखी। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल ने जिस मजबूत प्रशासनिक ढांचे और जनसेवा की परंपरा की शुरुआत की, वही आज भारत की शासन प्रणाली की रीढ़ बनी हुई है।


राष्ट्रपति ने कहा, “सरदार पटेल केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वे भारत की आत्मा के सच्चे प्रतीक थे। उन्होंने एक ऐसा भारत बनाने का सपना देखा था, जो न केवल भौगोलिक रूप से एकजुट हो, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी सशक्त हो। आज जब हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तो यह उनके ही दृष्टिकोण का परिणाम है।”


इस अवसर पर राष्ट्रपति ने युवाओं से भी अपील की कि वे सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर देश की एकता और विकास के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि भारत की आज़ादी सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं थी, बल्कि यह सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता की यात्रा की शुरुआत थी।


कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया और ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर सरदार पटेल को याद किया। देशभर में आज ‘राष्ट्रीय एकता दिवस परेड’ और ‘रन फॉर यूनिटी’ जैसे कई आयोजन हुए। राष्ट्रपति मुर्मू ने इन कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि देश की एकता के प्रति संकल्प का प्रतीक है।


सरदार पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुजरात के केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई इस परंपरा की भी सराहना की और कहा कि यह स्मारक देश की एकता और दृढ़ता का प्रतीक है।


राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सरदार पटेल के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसमें उनके संघर्ष, समर्पण और नेतृत्व को दर्शाया गया। फिल्म देखने के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि “हर भारतीय के भीतर एक सरदार पटेल होना चाहिए — जो राष्ट्र की एकता और सम्मान के लिए सदैव तत्पर रहे।”


कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ श्रद्धांजलि समारोह संपन्न हुआ। पूरा वातावरण देशभक्ति और एकता की भावना से ओत-प्रोत हो गया।



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