टीबी उन्मूलन लक्ष्य 2025 को झटका: 5 साल में टीबी रोगी डेढ़ गुना बढ़े, UP सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य

 'टीबी मुक्त भारत' के लक्ष्य को झटका: 2025 तक उन्मूलन का लक्ष्य, पर पिछले 5 सालों में टीबी रोगियों की संख्या डेढ़ गुना बढ़ी


केंद्र सरकार ने 2025 तक देश से तपेदिक (टीबी) को खत्म करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मांगी गई जानकारी से यह खुलासा हुआ है कि पिछले पाँच वर्षों में टीबी रोगियों की संख्या में डेढ़ गुना (लगभग 50%) की वृद्धि हुई है। वर्ष 2020 में जहां टीबी रोगियों की संख्या 18,05,670 थी, वहीं 2024 में यह बढ़कर 26,17,923 हो गई है। यह वृद्धि टीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय लक्ष्य की प्राप्ति में एक बड़ी चुनौती पेश करती है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक प्रभावित राज्य रहा है।


Flipkart

💡 मुख्य बिंदुओं का विस्तृत अवलोकन (RTI रिपोर्ट के आधार पर)

1. 🎯 लक्ष्य और वर्तमान स्थिति

मूल लक्ष्य: केंद्र सरकार ने 2025 तक भारत से टीबी (Tuberculosis) को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वैश्विक लक्ष्य (2030) से 5 साल पहले है।

आरटीआई खुलासा: केंद्रीय क्षय रोग प्रभाग (Central TB Division) से प्राप्त जानकारी (RTI) के अनुसार, पिछले 5 वर्षों (2020 से 2024) में टीबी रोगियों की संख्या में लगभग डेढ़ गुना (1.5 गुना) की वृद्धि दर्ज की गई है।

2. 📈 टीबी रोगियों की संख्या में वृद्धि (2020-2024)

वर्ष टीबी रोगियों की संख्या (कुल)

( 2020 ) , 18,05,670

( 2021 ) , 21,35,830

( 2022 ) , 24,22,121

( 2023 ) , 25,52,257

( 2024 )  , 26,17,923 (जून तक)


वृद्धि दर: 2020 की तुलना में 2024 में रोगियों की संख्या में 8,12,253 की वृद्धि हुई है, जो लगभग 45% की वृद्धि है।

3. 🗺️ सर्वाधिक प्रभावित राज्य

उत्तर प्रदेश (UP): आरटीआई के अनुसार, उत्तर प्रदेश टीबी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है।

जून 2025 तक 3,83,987 मामले सामने आ चुके हैं।

2024 में 6,81,779, 2023 में 6,32,872 और 2022 में 5,22,850 मामले सामने आए थे।

दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जून 2025 तक 62,342 मामले सामने आए, जबकि पिछले चार वर्षों में यह आंकड़ा एक लाख से अधिक रहा था (2024 में 1,05,343)।

4. 🔬 टीबी रोग के बारे में जानकारी

टीबी क्या है: टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो 'माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस' (Mycobacterium tuberculosis) नामक बैक्टीरिया के कारण होती है।

प्रभावित अंग: यह रोग मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य अंगों जैसे गुर्दे, मस्तिष्क और हड्डियों को भी प्रभावित कर सकता है।

विशेषज्ञ की राय: गोरखपुर पल्मोनोलॉजी रेजिडेंसी हॉस्पिटल के कंसल्टेंट डॉ. आमिर नदीम ने बताया कि टीबी की समय पर पहचान और उचित उपचार न मिलने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।

5. ⚕️ सरकार के प्रयास

सरकार टीबी के इलाज के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें 'निक्षय पोषण योजना' के तहत मरीजों को पोषण सहायता, मुफ्त दवा और इलाज की सुविधा शामिल है। हालांकि, बढ़ते आंकड़े इन प्रयासों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हैं।



1 (मुख्य) टीबी उन्मूलन लक्ष्य 2025 को झटका:

 5 साल में टीबी रोगी डेढ़ गुना बढ़े,

 UP सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य तथ्यात्मक, 

लक्ष्य, राज्य फोकस


2 (आंकड़ा केंद्रित) RTI खुलासा: 

2020 में 18 लाख से 2024 में 26 लाख हुए टीबी रोगी,

 क्या 2025 तक खत्म होगा लक्ष्य?

 संख्यात्मक प्रभाव, सवालिया


3 (अर्जेंसी) देश में टीबी की सुनामी?

 डेढ़ गुना बढ़े केस, 

लक्ष्य से भटका भारत; 

जानें क्या कहता है

 केंद्रीय क्षय रोग प्रभाग भावनात्मक,

 चिंताजनक


टीबी उन्मूलन लक्ष्य, 

टीबी रोगी वृद्धि, 

उत्तर प्रदेश टीबी


TB cases India,

 2025 TB target,

 TB patients rise,

 RTI on TB,

 केंद्रीय क्षय रोग प्रभाग, 

ट्यूबरकुलोसिस


टीबी की संख्या, 

2025 तक टीबी खत्म, 

गोरखपुर पल्मोनोलॉजी, 

माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस




Comments