संविधान की रक्षा करें - भाईचारा बनाएं: राष्ट्रीय सभा

 भूमिका: लोकतांत्रिक संघर्ष, सामाजिक न्याय और नई राजनीतिक दिशा की गूँज


मूज़फ्फरनगर में आयोजित “संविधान बचाओ–भाईचारा बनाओ महासभा” ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई ऊर्जा भर दी। आज़ाद समाज पार्टी (ASPA) द्वारा आयोजित इस विशाल मंच पर हजारों की संख्या में समर्थक, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न समुदायों के लोग एकत्र हुए। इस रैली का उद्देश्य केवल राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन नहीं था, बल्कि सामाजिक न्याय, संवैधानिक मूल्यों और मनुवादी विचारधारा के विरुद्ध एक वैचारिक संघर्ष की घोषणा भी थी।


मंच से पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में साफ़ कहा कि आगामी राजनीतिक समय में संघर्ष विचारधारा का होगा—“अंबेडकरवाद और मनुवाद” के बीच। उन्होंने दावा किया कि जिस दिन बहुजन समाज सत्ता में मज़बूती से आएगा, उस दिन सामाजिक परिवर्तन का नया अध्याय खुलेगा।


इस रैली की खास बात यह भी रही कि पूर्व विधायक शानबाज राना ने औपचारिक रूप से आज़ाद समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मंच पर उनकी उपस्थिति ने पार्टी के समर्थकों में उत्साह भर दिया और यह संदेश दिया कि आने वाले चुनावों में ASPA एक बड़े गठबंधन और मजबूत सामाजिक आधार के साथ उतरने जा रही है।


Jay Bheem sanvidhan bachao Yatra


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रैली का माहौल: उत्साह, नारों की गूंज और भविष्य की उम्मीदें


मूज़फ्फरनगर के मैदान में सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। लोग बसों, ट्रैक्टरों और निजी वाहनों से पहुँच रहे थे। मंच को नीले, सफेद और तिरंगे रंग से सजाया गया था, जो अंबेडकरवादी और संवैधानिक भावनाओं का प्रतीक था।


नारे लग रहे थे—


“जय भीम!”


“संविधान बचाओ!”


“बहुजन एकता ज़िंदाबाद!”



इन नारों के बीच रैली एक जनसमूह नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन जैसा प्रतीत हो रही थी।



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चंद्रशेखर का भाषण: मनुवादी सत्ता के खिलाफ वैचारिक युद्ध की घोषणा


अपने संबोधन में चंद्रशेखर ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात रखी। उनका तर्क था कि भारत में सत्ता की लड़ाई अब सिर्फ वोटों की नहीं, विचारों की है। उन्होंने कहा:


> “अंबेडकर और मनुवाद की विचारधारा में संघर्ष है। जो आने वाला समय है, उसमें सत्ता में आने वाले ही आगे बढ़ेंगे। बहुजन समाज को अपनी शक्ति दिखानी होगी।”




उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल उठाए, यह कहते हुए कि उनकी नीतियाँ संविधान की आत्मा के खिलाफ हैं। उन्होंने युवाओं को नए नेतृत्व की ज़िम्मेदारी उठाने का संदेश दिया और कहा कि देश को बदलने के लिए नए बहुजन नेतृत्व की जरूरत है।



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शानबाज राना का ASPA में शामिल होना: राजनीतिक समीकरणों में हलचल


रैली में पूर्व विधायक शानबाज राना की सदस्यता ग्रहण सबसे चर्चित मुद्दा रहा। मंच पर चंद्रशेखर ने राना का माफ़ल पहनाकर स्वागत किया। इससे संकेत साफ़ था कि पार्टी आने वाले चुनावों से पहले मजबूत सामाजिक–राजनीतिक धाराओं को साथ जोड़ने में जुटी हुई है।


राना ने कहा कि वे समाजवादी और बहुजन मूल्यों को लेकर लंबे समय से संघर्षरत रहे हैं। उनके ASPA में शामिल होने से पार्टी का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।



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ASPA की नीतिगत घोषणाएँ और इरादे


चंद्रशेखर ने रैली में कई बड़े मुद्दों की घोषणा भी की—


1. 1 जनवरी से EVM हटाने के लिए जन आंदोलन की शुरुआत

उन्होंने कहा कि अगर सरकार EVM की जगह बैलेट पेपर वापस नहीं लाती, तो ASPA राज्यव्यापी संघर्ष शुरू करेगी।



2. संविधान बचाने का अभियान

चंद्रशेखर ने दावा किया कि आज देश के सामने सबसे बड़ा संकट संविधान की सुरक्षा का है।



3. सामाजिक न्याय और भाईचारे की राजनीति

उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी हिन्दू–मुस्लिम–दलित–ओबीसी की एकता पर काम करेगी।





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भीड़ की प्रतिक्रिया: रैली एक चुनावी संकेत?


रैली में जो भीड़ उमड़ी, उसे राजनीतिक पंडित 2025 के चुनावों का संकेत मान रहे हैं। ASPA को एक उभरती बहुजन शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। खास बात यह रही कि रैली में मुस्लिम समुदाय की संख्या भी काफ़ी अधिक थी, जो संभावित सामाजिक गठजोड़ को मज़बूत करता है।



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भविष्य की दिशा: क्या ASPA बनेगी बड़ी चुनौती?


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि—


चंद्रशेखर की बढ़ती लोकप्रियता


युवा समर्थन


दलित–मुस्लिम–ओबीसी एकता


क्षेत्रीय नेताओं का समर्थन



इन सब से ASPA आने वाले चुनावों में बीजेपी, सपा और बसपा जैसी पार्टियों के लिए चुनौती बन सकती है।


हालाँकि पार्टी के सामने बड़ी चुनौतियाँ भी हैं—संगठन विस्तार, संसाधनों की कमी, और बड़े गठबंधन की आवश्यकता।



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समापन: रैली ने बनाया नया राजनीतिक माहौल


मूज़फ्फरनगर की यह रैली सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं थी; यह बहुजन समाज के आत्मविश्वास का प्रदर्शन थी।

चंद्रशेखर के

 भाषण ने समर्थकों में नई ऊर्जा भरी और संदेश दिया कि आने वाला समय बहुजन राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है।




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